Sponsored
    Follow Us:
Sponsored

परिचय: आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 43बी(एच) ने एमएसएमई और उनके खरीददारों के बीच चर्चाओं को जाग्रत किया है। यह लेख इस प्रावधान को समझने और अनुपालन करने के महत्व पर गहराई से जाता है, विशेष रूप से एमएसएमई के साथ व्यापार करने वाले व्यापारियों और उत्पादकों के लिए।

जब से सेक्शन 43B(h) चर्चा में आया है सभी MSME से खरीद करने वाले क्रेता सतर्क हो गए हैं और अपने – अपने तरीके से इस प्रावधान को समझने की कोशिश कर रहें है . यदि आप एक Trader या Manufacturer है और आप एक MSME से माल या सेवा खरीदते है या लेते है तो आपको इस धारा का ध्यान रखना ही होगा. लेकिन यदि आप एक Trader से माल खरीदते हैं तो फिलहाल तो यह धारा लागू नहीं है. विस्तार से मैं इस बारे में दो लेख पहले भी लिख चुका हूँ जिनमें से एक में मैंने इस विषय से जुड़े 9 सवालों का जवाब दिया था .

ये तो आपको पता ही है कि 45 दिन में भुगतान नहीं करने पर भी इस प्रावधान का दुष्प्रभाव तभी होगा जब ये भुगतान 31st March 2024 तक भी नहीं किया गया हो और अगर 31st March 2024 तक ये 45 दिन की अवधि पूरी नही हुई हो तब आने वाले वर्ष में यह भुगतान हर हाल में उस 45 दिन की अवधि में हो ही जाना चाहिए. इसलिए ध्यान रखें कि इस 45 दिन की अवधि का महत्त्व आखिरी के महीनों में खरीद किये गए माल के सम्बन्ध में अधिक है .इसके अतिरिक्त आयकर कानून के तहत आप पूरे साल में आप 45 दिन की अवधि क्रोस कर सकते हैं बशर्ते कि आप भुगतान वित्तीय वर्ष के अंत अर्थात्त 31 मार्च 2024 तक कर दें . वैसे व्यवहारिक रूप से तो आपको MSME ही नहीं बल्कि सभी को समय पर भुगतान करना चाहिए .

तो फिर आप पूछेंगे कि आज का मुद्दा क्या है ? आज मुद्दा यह है कि क्या या 45 दिन की अवधि सभी पर लागू होगी . ऐसा नहीं है यदि कोई अग्रीमेंट नहीं है तो फिर यह अवधि 15 दिन अवधि ही होगी इसलिए आपको यह अवधि 45 दिन करने एवं इसके अतिरिक्त अपने सप्लायर की अन्य जानकारी लेने के लिए आप उनसे एक डिक्लेरेशन  ले लें जिसे मैंने हिंदी एवं अंग्रेजी दोनों में दिया है . यह एक नमूना है आप अपनी स्तिथि एवं अपने सलाहकार के सलाह पर इसमें समुचित परिवर्तन कर लें.

DECLARATION FOR APPLICABILITY OF SECTION 43B(h) of the INCOME TAX ACT, 1961 BY A MSME – MICRO AND SMALL.

FROM :-

MSME COMPANY

JAIPUR

TO,

THE ABC TRADING COMPANY

AJMER

Sub:- DECLARATION FOR APPLICABILITY OF SECTION 43B(h) of the INCOME TAX ACT, 1961 BY A MSME – MICRO AND SMALL.

With reference to above we have to state as under :-

S.NO PARTICULARS SUBMISSION
1. Udhyam Adhar Number XXXXXXXXXXXXXX
2. Type of Unit Manufacturer/Service Provider*
3. Scale of the Unit Micro/ Small**
4. Whether I/We are agreeing for 45 days payment for all your supply during the Year. I am agreeing on the Terms of payment of 45 days through this Letter. This letter should be construed as an Agreement in this respect.

Thanking You

Yours etc.

FOR MSME COMPNY

( PROP. )

*Traders, if they are supplier ,  Section 43B(h) not applicable.

** Medium Industires, if they are supplier , Section 43B(h) is not applicable.

Note :- Tick the Appropriate Entry. 

प्रेषक :-

एमएसएमई कंपनी

जयपुर

प्रेषिती :-

सिस्टम ट्रेडिंग कंपनी

अजमेर

विषय –  एमएसएमई – सूक्ष्म और लघु द्वारा आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 43 बी (एच) के लिए घोषणा पत्र .

उपरोक्त के सन्दर्भ में हमें निम्नलिखित कहना होगा:-

क्र.सं. विवरण जवाब
1. उद्यम आधार नंबर Xxxxxxxxxxxxxxxxx
2. इकाई निर्माण का प्रकार निर्माता / सेवा प्रदाता*

Manufacturing / Service Provider

3. यूनिट का स्केल सूक्ष्म/लघु** (Micro/Small)
4 . क्या मैं/हम वर्ष के दौरान आपकी सभी आपूर्ति के लिए 45 दिनों के भुगतान के लिए सहमत हैं। हाँ, मैं 45 दिन के भुगतान की शर्त पर इस पत्र के द्वारा सहमती प्रकट करता हूँ इस पत्र को ही इस सम्बन्ध में अग्रीमेंट समझा जा सकता है .

धन्यवाद

भवदीय

वास्ते एमएसएमई कंपनी

( प्रोप. )

*व्यापारियों (Traders) यदि वे सप्लायर है तो धारा 43बी(एच) लागू नहीं है।

**मध्यम (Medium) उद्योग यदि वे सप्लायर है तो  धारा 43बी(एच) लागू नहीं है।

Note:- जहाँ जरुरी है वहां निशान लगाये.

निष्कर्ष: समापन में, एमएसएमई धारा 43बी(एच) की जटिलताओं के माध्यम से संचालन करना व्यवसायों के लिए कर अनुपालन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। आपूर्तिकर्ताओं से एक घोषणा प्राप्त करना, जैसा कि प्रदान किए गए नमूने में प्रकट किया गया है, इस धारा की नियमों का पालन करने के प्रति एक पहली कदम के रूप में कार्यकारी हो सकता है। व्यवसाय लगातार असंवेदनशील लेन-देन के लिए प्रयासरत रहते हैं, ऐसे विनियामक पहलुओं को समझना और कार्यान्वयन करना एक अनुपालनीय और पारदर्शी व्यावसायिक वातावरण को बढ़ावा देने में प्रमुख होता है।

Sponsored

Join Taxguru’s Network for Latest updates on Income Tax, GST, Company Law, Corporate Laws and other related subjects.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Sponsored
Sponsored
Search Post by Date
July 2024
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031