भाई साहब, साइबर क्रिमिनल हमेशा इस कोशिश में रहते हैं कि कैसे आपके अकाउंट में सेंधमारी की जाए और कैसे आपका पैसा चोरी किया जाए। इस समय साइबर हैकर्स आपके अकाउंट को हैक करने के लिए आपके स्मार्टफोन पर नित नए तरीके के SMS भेज रहे हैं। अब वे एक ऐसा SMS भेज रहे हैं, जिससे लगता है कि यह आयकर विभाग की तरफ से आया है और आयकर रिफंड के लिए भेजा गया है।
क्या है ये फेक SMS?
आइए, आपको समझाते हैं।
आजकल आयकर रिटर्न भरने का अंतिम महीना चल रहा है और साथ ही लोगों के रिफंड भी जारी हो रहे हैं। इसलिए साइबर क्रिमिनल्स फेक मैसेज बनाकर स्मार्टफोन पर नित नए SMS भेज रहे हैं। ये SMS कुछ इस तरह के हो सकते हैं कि आपको लगे कि आपका रिफंड का मैसेज आया है:
उदाहरण:
Dear Sir,
You have been approved an income tax refund of Rs.25350/-. The amount will be credited to your account shortly. Please verify your account number XXXXXXXXXX526. If this is not correct, please update your account information by visiting the link http://bet.ly/28xxrh.
आपको लगेगा कि यह रिफंड का मैसेज आयकर विभाग की तरफ से मिला है। इस SMS में कहा जाएगा कि आपका ₹25350/- रिफंड आया है और साथ ही एक अकाउंट नंबर xx00000000526 शो हो रहा होगा। आपसे कहा जाएगा कि कृपया अपना अकाउंट नंबर वेरीफाई करें। आपको लगेगा कि यह मेरा अकाउंट नंबर नहीं है और आप अपना अकाउंट नंबर अपडेट करने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करेंगे और आपका रिफंड आपके अकाउंट में भेज दिया जाएगा।
बस यही आपको नहीं करना है। जैसे ही आप उस SMS में दिए गए लिंक पर क्लिक करेंगे, वह लिंक आपको एक फेक वेबसाइट पर ले जाएगा जो आयकर विभाग से मिलती-जुलती होगी। यहां आपसे आपके लॉगिन डिटेल्स डालकर लॉगिन करने के लिए कहा जाएगा। जैसे ही आप अपने लॉगिन डिटेल्स डालेंगे, साइबर क्रिमिनल्स के पास आपका पैन, आधार, मोबाइल नंबर, खाता नंबर, IFSC कोड और आपकी सारी फाइनेंशियल डिटेल्स पहुंच जाएंगी। फिर साइबर क्रिमिनल्स आपका बैंक खाता अपडेट करने के लिए कहेंगे, जैसे ही आप अपना खाता नंबर डालेंगे, उसे वेरीफाई करने के लिए आधार ओटीपी आपके मोबाइल नंबर पर भेजेंगे।
बस यहीं से साइबर क्रिमिनल्स का काम शुरू हो जाएगा। आप जैसे ही उस आधार ओटीपी (जो आपके मोबाइल नंबर पर आपको मिला होगा) को बताएंगे, वैसे ही आपका अकाउंट खाली हो जाएगा।
इससे बचने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाएं:
1. SMS, ईमेल या फ़ोन कॉल्स पर रिस्पॉन्स ना दें:
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- किसी भी अनजाने स्रोत से प्राप्त हुए मैसेज या कॉल पर तुरंत विश्वास ना करें।
- किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें, चाहे वह कितनी भी अधिकृत लगे।
2. फाइनेंसियल डिटेल्स सुरक्षित रखें:
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- किसी को भी अपने बैंक खाता नंबर, पिन, ओटीपी आदि ना बताएं।
- अपने व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी का विशेष ध्यान रखें।
3. अनजाने लिंक और अटैचमेंट से सावधान रहें:
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- किसी भी अज्ञात लिंक को तब तक ना खोलें जब तक कि आप उसे पूरी तरह वेरीफाई ना कर लें।
- अनजाने मेल्स के अटैचमेंट को खोलने से बचें।
4. URL और स्पेलिंग की जांच करें:
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- URLs को ध्यान से देखें, उनमें स्पेलिंग की गलतियां हो सकती हैं।
- किसी भी URL को जाँचे, अगर वह संदिग्ध लगे तो उस पर क्लिक ना करें।
5. समझदारी से कार्य करें:
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- किसी भी ईमेल या SMS पर तुरंत भरोसा ना करें।
- हमेशा सतर्क रहें और अपने बैंक खाते को हैक होने से बचाएं।
साइबर क्रिमिनल्स के प्रयासों से बचने के लिए और अपने अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
साइबर सुरक्षा के लिए निम्न उपाय करें :
1. मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें:
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- अल्फान्यूमेरिक और स्पेशल कैरेक्टर्स का उपयोग करके मजबूत पासवर्ड बनाएं।
- नियमित रूप से पासवर्ड बदलें और एक ही पासवर्ड को कई अकाउंट्स में उपयोग न करें।
2. दो-चरणीय प्रमाणीकरण (2FA) का उपयोग करें: सभी महत्वपूर्ण अकाउंट्स के लिए 2FA सेट करें। यह आपके अकाउंट को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।
3. एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें: अपने डिवाइस पर भरोसेमंद एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें और उसे नियमित रूप से अपडेट करें।
4. फिशिंग ईमेल और एसएमएस से बचें:
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- अनजान स्रोतों से प्राप्त ईमेल, एसएमएस या लिंक पर क्लिक न करें।
- किसी भी संदिग्ध लिंक को वेरीफाई करें और केवल अधिकारिक वेबसाइट्स का ही उपयोग करें।
5. फायरवॉल का उपयोग करें: अपने नेटवर्क और डिवाइस को सुरक्षित रखने के लिए फायरवॉल का उपयोग करें।
6. नियमित बैकअप रखें: महत्वपूर्ण डेटा का नियमित बैकअप रखें ताकि साइबर अटैक के स्थिति में डेटा सुरक्षित रहे।
7. सॉफ़्टवेयर अपडेट रखें: अपने सभी सॉफ़्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को नियमित रूप से अपडेट रखें।
भारत में साइबर क्राइम को नियंत्रित करने के लिए व्यवस्थाएं !
भारत में साइबर क्राइम को नियंत्रित करने और उससे निपटने के लिए कई विधिक और तकनीकी व्यवस्थाएं हैं:
1. आईटी एक्ट, 2000: भारत में साइबर अपराधों को नियंत्रित करने के लिए आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) एक्ट, 2000 लागू किया गया है। इस अधिनियम के तहत विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों के लिए दंड और सजा निर्धारित की गई है।
2. साइबर क्राइम पोर्टल: भारत सरकार ने साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल (cybercrime.gov.in) की शुरुआत की है। यहाँ पर व्यक्ति ऑनलाइन अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है।
3. राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा नीति (NCSP): 2013 में लागू की गई यह नीति देश की साइबर सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपाय प्रदान करती है।
4. CERT-IN: भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-IN) साइबर खतरों और हमलों की पहचान करने और उनसे निपटने के लिए कार्यरत है।
5. साइबर पुलिस स्टेशन: देश के विभिन्न राज्यों और शहरों में विशेष साइबर पुलिस स्टेशनों की स्थापना की गई है, जो साइबर अपराधों की जांच और कार्रवाई करते हैं।
6. साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण और जागरूकता: सरकार और विभिन्न संगठनों द्वारा साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं ताकि लोगों को साइबर अपराधों से बचने के उपायों के बारे में जानकारी हो।
भारत में साइबर क्राइम की शिकायत करने के लिए कई सुविधाएं और प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं। यहाँ पर साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज करने के विभिन्न तरीकों का विवरण दिया गया है:
ऑनलाइन शिकायत कैसे करें
1. राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल:
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- राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर जाएं।
- “Report Other Cyber Crime” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपने राज्य और शहर का चयन करें।
- अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए आवश्यक जानकारी भरें और सबमिट करें।
2. महिला और बच्चों से संबंधित साइबर अपराध:
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- National Cyber Crime Reporting Portal पर “Report Women/Child Related Crime” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए आवश्यक जानकारी भरें और सबमिट करें।
ऑफलाइन शिकायत कैसे करें
1. साइबर पुलिस स्टेशन:
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- अपने नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन जाएं और अपनी शिकायत दर्ज करें।
- साइबर पुलिस स्टेशन में संबंधित अधिकारी को अपनी समस्या बताएं और जरूरी दस्तावेज़ प्रस्तुत करें।
2. स्थानीय पुलिस स्टेशन:
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- यदि आपके इलाके में साइबर पुलिस स्टेशन नहीं है, तो आप अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन जाकर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
- पुलिस आपकी शिकायत को साइबर क्राइम विभाग को भेजेगी।
हेल्पलाइन नंबर
- साइबर क्राइम हेल्पलाइन: 155260
- यह हेल्पलाइन नंबर 24×7 उपलब्ध है। इस पर कॉल करके आप साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज कर सकते हैं और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
शिकायत दर्ज करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
1. संपूर्ण जानकारी प्रदान करें: शिकायत दर्ज करते समय सभी आवश्यक जानकारी जैसे कि घटना का विवरण, तिथि और समय, अपराधी का विवरण (यदि ज्ञात हो), और कोई अन्य संबंधित साक्ष्य (जैसे स्क्रीनशॉट, ईमेल, आदि) प्रदान करें।
2. व्यक्तिगत जानकारी: अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि नाम, पता, संपर्क नंबर, और ईमेल आईडी सही तरीके से प्रदान करें ताकि अधिकारियों को आपसे संपर्क करने में आसानी हो।
3. साक्ष्य सुरक्षित रखें: घटना से संबंधित सभी साक्ष्य जैसे कि ईमेल, मैसेज, स्क्रीनशॉट, आदि को सुरक्षित रखें और उन्हें अधिकारियों के साथ साझा करें।
4. पोर्टल और हेल्पलाइन का उपयोग: राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल और हेल्पलाइन नंबर का सही तरीके से उपयोग करें। शिकायत दर्ज करने के बाद आपको एक शिकायत नंबर प्राप्त होगा जिसे आप भविष्य के संदर्भ के लिए सुरक्षित रखें।
इन प्रक्रियाओं का पालन करके आप साइबर क्राइम की शिकायत कर सकते हैं और संबंधित अधिकारियों से मदद प्राप्त कर सकते हैं। साइबर सुरक्षा को प्राथमिकता दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
निष्कर्ष
सभी स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं से अनुरोध है कि फेक SMS, ईमेल या लिंक को पहचानने और उनसे बचने के लिए उपरोक्त उपायों का पालन करें। सतर्क रहें और अपने बैंक खाते को सुरक्षित रखें।