नरेन्द्र : हर्षद ये GST क्या हे ?
हर्षद : GST एक दलदल हे जिसमे भारत के छोटे और मध्यम वेपारी फसते ही जायँगे.
नरेन्द्र : में वेपार की बात लेकर सीरियस हु और GST लेना हे.
हर्षद : GST में बहोत बड़ा रिस्क हे, इश्क़ तो दूर दूर तक नहीं हे.
नरेन्द्र : तो ये GST में रिस्क क्यों नहीं दीखता हे ?
हर्षद : क्यूंकि सबके दिलो दिमाग में ये बात बिठाई हुई हे, GST ना राजमा, भारत मजामा.
नरेन्द्र : सुना हे GST में रोज नया कानून आता हे ?
हर्षद : हा, क्यूंकि यहाँ खुद के बनाये हुए कानून पर ही भरोषा नहीं हे, इसी लिए जिस रफ़्तार से छोटे बच्चे की चड्डी बदली जाती हे उसी रफ़्तार से GST में कानून बदला जाता हे.
नरेन्द्र : तो टैक्स में कोई फायदा होता हे ?
हर्षद : लाला ओल्ड कानून हो या नया कानून, सबके स्यीलेबस में एक सब्जेक्ट कॉमन होता हे, टैक्स, और GST में टैक्स सबसे फेवरेट सब्जेक्ट हे.
नरेन्द्र : सुना हे की GST CREDIT मिलेगी ही नहीं ?
हर्षद : हा, बहोत सही सुना हे, पहले 20 % एक्स्ट्रा, बादमे 10 % एक्स्ट्रा, अब कहते हे 5 % एक्स्ट्रा, जैसे की इनके पिताजी की क्रेडिट हे जो हमको मुफ्त में मिल रही हे.
नरेन्द्र : ये MONTHLY RETURN और QUARTERLY RETURN का क्या लफड़ा हे ?
हर्षद : अरे ये लफड़ा नहीं, ये तो GST का @@यापा हे, सुन सुनाता हु, MONTHLY RETURN वाले को बोला हे की जब तक ऑनलाइन क्रेडिट नहीं दिखती तब तक तुम्हे क्रेडिट लेने नहीं देंगे और QUARTERLY RETURN वाले को बोला हे की तुजे MONTHLY RETURN भरने नहीं देंगे.
नरेन्द्र : तो QUARTERLY वाले को पेमेंट भी QUARTERLY भरने का ?
हर्षद : ना लाला ना, ये इश्क़ नहीं हे, और GST रिस्क लेता नहीं हे, पेमेंट तो MONTHLY ही करने का.
नरेन्द्र : जो GST की चोरी करते हे उन्हें पकड़ती क्यों नहीं हे ?
हर्षद : लाला ये GST हे, किसीके बाप को नहीं छोड़ता हे तो चोर कहा तक बच के जायगा.
नरेन्द्र : तो जोखिम लेना चाइये की नहीं लेना चाइये ?
हर्षद : GST में सबसे बड़ा जोखिम तो GST नहीं लेने का हे, तू GST ले ले, बाकि GST का कानून तुजे सब सीखा देगा.
नरेन्द्र : तो GST लेने से मुझे सक्सेस मिल जायेगा ?
हर्षद : सक्सेस क्या हे, फेलियर के बाद का नया चैप्टर.