चार्टर्ड एकाउंटेंट के सर्टिफिकेट के लिए यूडीआइएन नंबर अनिवार्य-१ फरवरी २०१९ से पूरे देश मे लागू
बाजार मे कई लोग ऐसे हैं जो चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) ना होते हुए भी अपने आपको सीए बताकर सर्टिफिकेट जारी करके फर्जी वित्तीय लाभ प्राप्त कर लेते हैं,
अतः इस तरह के धोकाधड़ी से बचने के लिए चार्टर्ड एकाउंटेंट द्वारा जारी हर सर्टिफिकेट के ऊपर अब यूनिक डोक्यूमेंट्स आइडेंटिफिकेशन नम्बर (यूडीआइएन) होगा, जो पूरे देश में यूनिक व मान्य होगा।
इससे सर्टिफिकेट के ऑनलाइन वैलिडिटी की आसानी से जांच हो सकेगी।
ऐसे में कइयों ने सीए के फर्जी सील लगाकर बड़े लोन हासिल करवा लिए।
ऑडिट में भी गबन को छिपाने के लिए जाली सर्टिफिकेट और सील उपयोग में लाए जाते रहे हैं।
यूडीआइएन के बाद अब उन टैक्स कंसलटेंट एवम अन्य व्यक्ति जो अपने आपको फर्जी तौर पर चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बताते हैं उनकी फर्जी प्रेक्टिस अब बंद हो जाएगी।
इसमें प्रत्येक सर्टिफिकेट के प्रमाणीकरण के लिए विशेष आईडी नम्बर जारी होंगे, जो पूरे देश में किसी दस्तावेज के लिए यूनिक होंगे। इससे सीए द्वारा जारी किसी भी दस्तावेज की प्रमाणिकता पूरे देश में होगी।
सीए के नाम व उसकी सील की आड़ में कोई भी व्यक्ति फर्जी सर्टिफिकेट नहीं बना सकेंगे।
भारत में सिर्फ लगभग १,३२,०००० प्रैक्टिसिंग चार्टर्ड अकाउंटेंट(सीए) ही है अथार्त भारत के कुल जनसंख्या के अनुपात का सिर्फ ०.००९८%
सीए को रेगुलेट करने वाली इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंटस ऑफ इंडिया (ICAI) को विश्व में दूसरा स्थान हासिल है।
सरकार के विभिन्न संस्थान जैसे की इनकम टैक्स, वस्तु एवं सेवा कर (GST) विभाग, RBI, SEBI, बैंक्स, इत्यादि विभिन्न रिपोर्ट, सर्टिफिकेट के लिए सीए के हस्ताक्षर को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं।
अतः आप सभी करदाताओ, उद्योगपतियो से यह अनुरोध है कि आप इस विसय में सजग रहें और अपने सहयोगियों को भी सजग करें ताकि इस तरह के धोखाधड़ी करने वालो से बचा जा सके।
जनहित में जारी।