Sponsored
    Follow Us:
Sponsored

शैलेष कंठ

आर्थिक मंदी बढ़ने के दो कारण है महंगाई और बेरोजगारी। आज पूरा विश्व आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। विश्व के सभी अर्थशास्त्री और चार्टर्ड एकाउंटेंट्स इस प्रयास में है की इस आर्थिक मंदी को कैसे तोडा जाय।

महंगाई

कई लोग कहते है की महंगाई Demand & Supply के नियम से होता है। हमारा मानना है की Demand & Supply केवल किसी भी वस्तु की कीमत तय करता है न की महंगाई। महंगाई का माप दंड आय और खर्च के Ratio पर निर्भर करता है। महंगाई सभी के लिए नहीं होती, महंगाई केवल उस आदमी के लिए होती है जिसका खर्च आय से ज्यादा होता है।

बेरोजगारी

हमारे देश में बेरोजगारी बढ़ती चली जा रही है जिसका सबसे बड़ा कारण है खर्च कम करना और Multitelented आदमी की भर्ती करना। हमारे देश में उच्च शिक्षा के कई सारे Course है परनतु क्लर्क, मजदुर और किसान बनने का कोई Course नहीं है। किसी भी इमारत का निर्माण करने के लिए Engineers की संख्या कम होनी चाहिए और मजदुर की संख्या ज्यादा परन्तु अभी हमारे देश में Engineers की संख्या बढ़ती जा रही है और मजदुर की संख्या कम होती जा रही है। हरेक देश के पास कुछ न कुछ अपने संसाधन होते है। हमारे पास सबसे बड़ा संसाधन मानव शक्ति है । हमारा मानना है की पैसे की ताकत से बड़ी ताकत मानव शक्ति है। हम अपने मानव शक्ति का सही तरीकेसे इस्तमाल करेंगे तो बेरोजगारी रोक सकेंगे।

इस लेख को अंत तक पढ़े क्योकि इस लेख के अंत में हम एक उदहारण के जरिये बतायेगे की Working Capital Loan का जन्म कैसे हुआ।

आर्थिक मंदी बढने का सबसे बड़ा कारण है काला धन।

परिभासा

हमारे मत से काला धन उसे कहना चाहिए जो धन व्यक्ति न तो अपने लिए खर्च करे न तो दूसरे को करने दे चाहे वह धन Cash में हो या Bank में ।

काले धन की उत्पति तीन तरीके से होता है जिसमे से दो कारण तो सब कोई जानते है परन्तु तीसरा कारण सायद ही कोई जानता है।

1. Cash Sale Record न करके

2. Duplicate खर्च डाल के

3. पैसे को खर्च के रूप में नहीं निकलना

हम में से किसी को नहीं पता है काले धन को रोकने का क्या उपाय है , यदि जानते तो उसका उपयोग करते या फिर ऐसा है हम लोग काले धन को रोकना नहीं चाहते।

1. Cash Sale Record न करके

Cash Sale Record न होने का सबसे बड़ा कारण आम जनता (अंतिम उपभोगता) का पक्का बिल नहीं लेना है। आम जनता (अंतिम उपभोगता) के लिए बिल एक कागज के टुकड़े के आलावा कुछ नहीं है, वही व्यापारी के लिए बिल की कीमत है क्योकि उनको खर्चा बाद मिलता है और GST में भी फयदा मिलता है। हमें केवल इतना करना है की आम जनता (अंतिम उपभोगता) के लिए बिल की कीमत बनानी होगी। जैसे की पक्का बिल लेने वाले को GST में से २०% वापस किया जाये और बिना GST वाले बिल में से 5% वापस किया जाये, ताकि वह भी पक्का बिल लेना सुरु करे जिससे महंगाई दूर होगी।

हम ने MRP कैसे बनती है यह कही नहीं पढ़ा, परन्तु यदि MRP बनती होगी तो हमारे हिसाबसे इस अनुसार बनती होगी।

MRP Calculation

Particulars Sale Value Taxable

Value

GST @

18%

Profit

@ 8%

Income Tax Total

Tax

Cost Profit Total Rate Value
Manufacture

(25% of Cost)

 

1,000 250 1,250 1,250 225 100 30% 30 255
Trasport (1% of Sale Value) 15 1 1
Distributors

(15% of Cost)

1,265 190 1,455 190 34 116 30% 35 69
Trasport (1% of Sale Value) 17 1 1
Retailer (10%

of Cost)

1,472 147 1,619 147 26 130 10% 13 39
Grand Total :- 287 78 365

MRP Calculation के Table में MRP कैसे बनती है और कितना कर सरकार को मिलता है एक वस्तु बेचने पर वह दर्शाया गया है, परन्तु व्यापर में लोग मन माना MRP बनाते है।

Solution

Particulars 100% 90% 80% 70% 60% 50%
GST 287 258 230 201 172 144
Income Tax 78 70 62 55 47 39
Total 365 328 292 256 219 183
Less : Refund 20% GST 57 52 46 40 34
Net Received 308 276 246 216 185

Solution Table यदि हम 20% GST वापस करते है तो क्या होता है वह दर्शाया गया है। मान लीजिये अभी 50% आदमी पक्का बिल लेता है तो सरकार को 183 रूपये कर मिलते है, आप देख सकते है की जैसे जैसे पक्का बिल लेने वालो की संख्या बढ़ती है वैसे वैसे सरकार को मिलने वाला कर भी बढ़ता ही जाता है।

1. इस व्यवस्था के कई फायदे है ।

2. पक्का बिल उत्पादकता से लेकर अंतिम उपभोगता तक घूमेगा। ।

3. आम जनता (अंतिम उपभोगता) की खरीद शक्ति बढ़ेगी जिससे मंहगाई और आर्थिक मंदी घटेगी।

4. सरकार को पता चलेगा किस्से कितना कर लेना है , क्योकि आम जनता (अंतिम उपभोगता) GST वापसी का याचिका दायर करेंगे।

5. व्यापारी बिल नहीं देगा तो उसे अपने माल की कीमत कम करनी पड़ेगी और यदि बिल देता है तो सरकार कुछ रकम वापस करेंगे दोनी ही सूरत में महंगाई कम होगी।

6. यदि ये व्यवस्था लागु की जाती है तो व्यापारी को बहोत मुश्किल पड़ेगा कर के पैसे को व्यापर में इस्तमाल करना।

7. यदि ये व्यवस्था लागु की जाती है तो खुदरा व्यापारी जैसे की सब्जी वाला , किराना वाला , दूध वाला वगैरे वगैरे के अकाउंट बनाने पड़ेगा , इन सब का अकाउंट बनाने के लिए बहोत सारे डेटा ऑपरेटर लगभग 10 करोड़ की जरुरत पड़ेगी जिससे बेरोजगारी दूर होगी।

8. लोगो को रोजगार मिलने से अपराध कम होगा।

खुदरा व्यपारी को फायदा मिलेगा क्योकि GST वाले व्यापारी से वस्तु खरीद ने से सस्ता बिन GST वालो से वस्तु खरीदना सस्ता पड़ेगा।

हम जानते है की आप लोगो को यह नामुमकिन लग रहा होग, परन्तु यह संभव है क्योकि इस व्यवस्था को लागु करने के लिये हमें किसी CA की जरुरत नहीं है, केवल डेटा ऑपरेटर चाहिए और हमारे देश में डेटा ऑपरेटर की कमी नहीं है।

यदि यह व्यवस्था पहले लागु की जाती तो विजय मालिया जैसे लोग सेवा कर के पैसे को व्यापर में इस्तेमाल नहीं कर सकते।

महंगाई और बेरोजगाइ दूर करने का यह सबसे बड़ा असर कारक उपाय है।

2. Duplicate खर्च डाल के

Accounts Books में Duplicate खर्च डाल ने के लिए Cash कहासे आता है। Accounts Books में Depreciation के जरिये Extra Cash उत्पन होता है क्योकि Depreciation कभी भी Cash से बाद नहीं किया जाता है। यदि हमें Duplicate खर्च को रोकना है तो Depreciation को नफा नुकसान से हटाना पड़ेगा।

3. पैसे को खर्च के रूप में नहीं निकलना

रामायण में खर्च के तीन प्रकार बताये गए है दान, भोग, और नास। दान को सबसे उत्तम, भोग को माध्यम और नास को निम्न कहा गया है। हमारे मत से दान को उत्तम इस लिए कहा गया है क्यों की इस में लेखा जोखा रखने की कोई जरुरत नहीं है क्यों की इस में लोग जानते है की में जो दान करता हु वह दूसरे की आमदनी है और जो दूसरा करेगा वो मेरी आमदनी बनेगी। भोग में लोग अपने भोग के लिए ही सही वह खर्च तो करता है जिससे दूसरे की आमदनी होती है। और नास में लोग दान और खर्च कम करता है और ऋण या निवेश ज्यादा करता है। आज हम लोग खर्च के तीसरे प्रकार नास में जी रहे है। इसलिए आज 100 में से 90 लोग ऋण पर जी रहे है। आज हम सब ऋण के एक ऐसे चक्रव्यू में फस चुके है, जिससे निकल ने का एक ही मार्ग है की हम Cash या Bank में रखे पैसे को खर्च के रूप में निकाले। जब तक हम ऐसा नहीं करेंगे तब तक हम ऋण के चक्रव्यू से नहीं निकल पाएंगे और नहीं हम महंगाई को रोकपायेंगे।

हमारे हिसाबसे जिसके पास तीन महीने के खर्च से ज्यादा Cash & Bank Balance है उनके पास समझ लेना चाहिए की काला धन है चाहे वह पैसा Cash में हो या Bank में।

आइये हम आप को एक उदहारण के जरिये बताये की Working Capital Loan का जन्म कैसे हुआ। इस उदहारण में हमने White account, Black Account और Both Account और साथ में हमने एक Summery बनायीं है जिसमे हमने बताया है की यदि हम Black Money को White Money में बदले तो हमें कितन Tax भरना पड़ेगा और कितने का फायदा होगा।

इस उदाहरण में सब कुछ Fixed Ratio पर Figure बताये गए है।

White Account

 

Particulars 2022-23 2023-24 2024-25 2025-26 2026-27
Total Sale Qty 60% 55% 50% 45% 40%
Total Purchase Qty 80% 75% 70% 65% 60%
Secured Loan Int @ 12.5% 12.5% 12.5% 12.5% 12.5%
Unsecured Loan Int @ 18% 18% 18% 18% 18%
White Sale Ratio
Direct Expenses 2% 2% 2% 2% 2%
Indirect Expenses 11% 11% 11% 11% 11%
Duplicate Expenses 3% 3% 3% 3% 3%

Black Account

Particulars 2022-23 2023-24 2024-25 2025-26 2026-27
Total Sale Qty 40% 45% 50% 55% 60%
Total Purchase Qty 20% 25% 30% 35% 40%

Black Account में हमने Balance Sheet या Profit & Loss Account नहीं बनाया है केवल Cash Account बनाया है।

Balance Sheet of White Accounts

Particulars
2022-23
Amount
2023-24
Amount
2024-25
Amount
2025-26
Amount
2026-27
Amount
Sources of Fund
Share Capital
1,000,000
1,000,000
1,000,000
1,000,000
1,000,000
Profit & Loss A/c
73,080
140,756
227,122
311,331
390,326
Secured Loans
1,000,000
946,344
885,583
816,776
738,858
Unsecured Loans
500,000
1,500,000
400,000
1,346,344
850,000
1,735,583
775,000
1,591,776
1,475,000
2,213,858
Current Liabilities Duties & Taxes
GST Payable
-32,040
-25,942
-23,321
-31,301
-54,502
Provision
Income Tax
31,320
29,004
37,014
36,089
33,855
Sundry Creditorss
368,640
367,920
390,720
393,782
408,456
422,149
421,824
426,612
430,080
409,433
Total
2,941,000
2,880,882
3,384,854
3,329,719
4,013,617
Application of Fund
Fixed Assets
450,000
405,000
364,500
328,050
295,245
Closing Stock
561,600
1,090,020
1,680,360
2,335,260
3,060,810
Sundry Debtors
345,600
395,368
410,575
415,744
412,403
Cash & Bank
1,583,800
2,491,000
990,494
2,475,882
929,419
3,020,354
250,665
3,001,669
245,159
3,718,372
Total
2,941,000
2,880,882
3,384,854
3,329,719
4,013,617

White Account का Balance Sheet देख के ये पता लगता है की हर वर्ष जैसे जैसे Closing Stock बढ़ता जाता है वैसे वैसे Loan की Amount भी बढ़ती जाती है।

Profit & Loss Account of White Accounts

Particulars
2022-23
2023-24
2024-25
2025-26
2026-27
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Income
Sale
6480
250
16,20,000
7128
260
18,53,280
7128
270
19,24,560
6960
280
19,48,800
6666
290
19,33,140
Closing Stock
3120
180
5,61,600
5892
185
10,90,020
8844
190
16,80,360
1884
190
3,57,960
5358
195
10,44,810
10140
195
19,77,300
10080
200
20,16,000
Balance Writen off
1,00,000
50,000
75,000
Total
#######
#######
########
########
########
Expenses
Opening Stock
3120
180
5,61,600
5892
185
10,90,020
8844
190
16,80,360
1884
190
3,57,960
10140
195
19,77,300
Purchase
9600
180
17,28,000
9900
185
18,31,500
10080
190
19,15,200
10140
195
19,77,300
10080
200
20,16,000
Direct Exp
32,400
37,066
38,491
38,976
38,663
Indirect Exp.
1,78,200
2,03,861
2,11,702
2,14,368
2,12,645
Duplicate Exp
48,600
55,598
57,737
58,464
57,994
Depriciation
50,000
45,000
40,500
36,450
32,805
Interest Exp,
90,000
63,000
1,26,000
90,000
Loan Processing
10,000
Insurance
30,000
Interest to Bank
1,21,995
1,14,890
1,06,844
97,733
Income Tax
31,320
29,004
37,014
36,089
33,855
Net Profit
73,080
67,676
86,366
84,209
78,995
Total
#######
#######
########
########
########

White Account नफा नुकसान में हम देख सकते है की नफा बताने के लिए Unsecured loan (Entry) को Balance Written Off करके बताया जाता है। यदि हमें नफा बताने के लिए Balance Written Off करके इनकम बतानी पड़ती है तो उसी साल में क्यों नहीं बताते जिस साल में Unsecured loan (Entry) लेते है।

Cash Account of Black Accounts

Particulars
2022-23
2023-24
2024-25
2025-26
2026-27
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Opening Balance
1,48,000
11,43,820
18,10,580
32,53,560
Cash Receipt
Sale
4320
250
10,80,000
5832
260
15,16,320
7128
270
19,24,560
8506
280
23,81,680
10000
290
29,00,000
Interest Income
90,000
63,000
1,26,000
90,000
Total
10,80,000
16,06,320
19,87,560
25,07,680
29,90,000
Cash Expenses
Purchase
2400
180
4,32,000
3300
185
6,10,500
4320
190
8,20,800
5460
195
10,64,700
6720
200
13,44,000
Entry
5,00,000
5,00,000
7,00,000
Total
9,32,000
`
6,10,500
13,20,800
10,64,700
20,44,000
Closing Balance
1,48,000
11,43,820
18,10,580
32,53,560
41,99,560

Cash Account हम देख सकते है की Stock Nagative बताता है जो Stock हम White Account में दिखा कर उसपर Tax भरते है।

यदि हम White Account और Black Account को साथ मिलाके हम Balance Sheet और नफा नुकशान बनाते है तो क्या होगा।

Balance Sheet for Both White + Black Accounts

Particulars
2022-23
Amount
2023-24
Amount
2024-25
Amount
2025-26
Amount
2026-27
Amount
Sources of Fund
Share Capital
10,00,000
10,00,000
10,00,000
10,00,000
10,00,000
Reserves & Surplus
Profit & Loss A/c
1,81,405
4,33,670
7,38,862
10,97,083
15,10,112
Loans
Secured Loans
Unsecured Loans
Current Liabilities
Duties & Taxes
GST Payable
85,050
1,66,853
1,93,795
2,14,896
2,34,834
Provision
Income Tax
77,745
1,08,113
1,30,797
1,53,523
1,77,013
Sundry Creditorss
3,68,640
5,31,435
3,90,720
6,65,686
4,08,456
7,33,048
4,21,824
7,90,243
4,30,080
8,41,927
Total
#######
#######
########
########
########
Application of Fund
Fixed Assets
4,50,000
4,05,000
3,64,500
3,28,050
2,95,245
Current Assets
Closing Stock
2,16,000
2,66,400
3,00,960
3,35,010
3,70,400
Sundry Debtors
3,45,600
3,95,368
4,10,575
4,15,744
4,12,403
Cash & Bank
7,01,240
12,62,840
10,32,588
16,94,356
13,95,875
21,07,410
18,08,522
25,59,276
22,74,011
30,56,814
Total
#######
#######
########
########
########

हमें Balance Sheet में देख के पता चलता है की Loan Account शून्य दिखाई देता है और Cash Balance बढ़ता दिखाई देता है।

Profit & Loss Account for Both White + Black Accounts

Particulars
2022-23
2023-24
2024-25
2025-26
2026-27
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Qty
Rate
Amount
Income
Sale
6480
250
16,20,000
7128
260
18,53,280
7128
270
19,24,560
6960
280
19,48,800
6666
290
19,33,140
Closing Stock
3120
180
5,61,600
5892
185
10,90,020
8844
190
16,80,360
1884
190
3,57,960
5358
195
10,44,810
10140
195
19,77,300
10080
200
20,16,000
Balance Writen off
1,00,000
50,000
75,000
Total
#######
#######
########
########
########
Expenses
Opening Stock
3120
180
5,61,600
5892
185
10,90,020
8844
190
16,80,360
1884
190
3,57,960
10140
195
19,77,300
Purchase
9600
180
17,28,000
9900
185
18,31,500
10080
190
19,15,200
10140
195
19,77,300
10080
200
20,16,000
Direct Exp
32,400
37,066
38,491
38,976
38,663
Indirect Exp.
1,78,200
2,03,861
2,11,702
2,14,368
2,12,645
Duplicate Exp
48,600
55,598
57,737
58,464
57,994
Depriciation
50,000
45,000
40,500
36,450
32,805
Interest Exp,
90,000
63,000
1,26,000
90,000
Loan Processing
10,000
Insurance
30,000
Interest to Bank
1,21,995
1,14,890
1,06,844
97,733
Income Tax
31,320
29,004
37,014
36,089
33,855
Net Profit
73,080
67,676
86,366
84,209
78,995
Total
#######
#######
########
########
########

नफा नुकसान में देखे तो Duplicate Expenses, Loan Processing Fees, Insurance, Interest, Interest to Bank जैसे Expeneses ख़तम हो जाता है।

Partiulars
2022-23
2023-24
2024-25
2025-26
2026-27
Black Money Convert in White Money
Tax Payable / Receivable
Black Money Convert in White Money
Tax Payable / Receivable
Black Money Convert in White Money
Tax Payable / Receivable
Black Money Convert in White Money
Tax Payable / Receivable
Black Money Convert in White Money
Tax Payable / Receivable
Black Money
Sale
843,750
GST
236,250
1,184,625
GST
331,695
1,503,562
GST
420,997
1,860,688
GST
520,993
2,265,625
GST
634,375
IT
253,125
IT
355,388
IT
451,069
IT
558,206
IT
679,688
Purchase
-432,000
GST
-120,960
-610,500
GST
-170,940
-820,600
GST
-229,768
-1,064,700
GST
-298,116
-1,344,000
GST
-376,320
IT
-129,600
IT
-183,150
IT
-246,180
IT
-319,410
IT
-403,200
White Money
Balance written off
-100,000
IT
-30,000
-50,000
IT
-15,000
75,000
IT
22,500
Duplicate Exp.
48,600
IT
14,580
55,598
IT
16,679
57,737
IT
17,321
58,464
IT
17,539
57,994
IT
17,398
Loan Prossesin
10,000
IT
3,000
Insurance
30,000
IT
9,000
Interest
90,000
IT
27,000
63,000
IT
18,900
126,000
IT
37,800
90,000
IT
27,000
Interest to Ban
121,995
IT
36,599
114,890
IT
34,467
106,844
IT
32,053
97,733
IT
29,320
500,350
265,395
741,718
383,271
868,589
451,806
1,162,296
571,565
1,167,352
608,261

इस उदाहरण से हम यह बताना चाहते है की हम लोग 30 रूपया बचाने के लिए Books of Acccount में 100 रूपये की Leiqued Assets यानि के Cash & Bank Balance घटाते जाते है जिसकी वजह से Working Capital Loan का जन्म होता है। आज सायद ही कोई ऐसी Balance Sheet होगी जिसमे Working Capital Loan न हो। आज 90% व्यवसाय Working Capital Loan के चक्रव्यू में फस चुके है।

हमारे हिसाबसे जो लोग 30 रूपये बचाने के लिए 100 रूपये Books of Accounts में से Cash & Bank कम करते है और उसी Cash & Bank Balance की कमी को पूरा करने के लिए बाजार से Loan लेना और उस पर लगभग 12.5% Interest देना कोई बुद्धिमानी नहीं है।

यदि आप लोग व्यपार में से Working Capital Loan को ख़तम करना चाहते है वह हम से हमारे Mobile No. 8511105619 पर संपर्क कर सकते है।

हमने Inflation & Unemployment पर एक किताब लिखी है जो Bluerose Store, Amazon or Filpkart पर उपलब्ध है। इस किताब में हमने महंगाई और बेरोजगारी बढ़ने के कारण और उपाय बताये है। Book is titled “Inflation and Unemployment”

Sponsored

Join Taxguru’s Network for Latest updates on Income Tax, GST, Company Law, Corporate Laws and other related subjects.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Sponsored
Sponsored
Ads Free tax News and Updates
Sponsored
Search Post by Date
December 2024
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
3031