आपके जोखिम उठाने की क्षमता को आपसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता. खुद Income Tax प्लानिंग में आप इस बात का ध्यान रखकर निवेश विकल्प चुन सकते हैं
क्या टैक्स प्लानिंग में एक्सपर्ट की मदद लेनी चाहिए? कई लोगों के मन में यह सवाल होता है. कई लोग यह प्लानिंग खुद ही करते हैं. Income Tax प्लानिंग या टैक्स प्लानिंग का मतलब टैक्स बचाने के लिए निवेश की योजना से है. हर साल टैक्स बचाने के लिए आपको निवेश के तय विकल्पों में निवेश करना जरूरी है.
अगर आप इनकम टैक्स (Income Tax) कानून के संबंधित सेक्शन, नियोक्ता से मिलने वाले कर मुक्त भत्ते और अपने (यात्रा, बच्चे की शिक्षा, मोबाइल/इंटरनेट बिल) खर्च आदि का सही हिसाब-किताब लगा सकते हैं तो आप टैक्स प्लानिंग कर सकते हैं.
हालांकि, आपको टैक्स छूट वाले निवेश के विकल्पों की पूरी जानकारी भी होनी चाहिए. सबसे पहले तो आपको यह समझने की जरूरत है कि टैक्स प्लानिंग कर की चोरी नहीं है. टैक्स प्लानिंग में आप गंभीरता से अपनी आय के स्रोत, कुल आमदनी और Income Tax बचाने वाले निवेश के विकल्पों की प्लानिंग करते हैं.
टैक्स प्लानिंग का मतलब यह भी नहीं है कि आप बिना सोचे समझे Income Tax कानून के सेक्शन 80C के तहत आने वाले निवेश विकल्पों में पैसे लगा दें. कुशल टैक्स प्लानिंग Income Tax देनदारी कम करने में आपकी मदद करती है. हो सकता है कि आप शादी करने वाले हों या आप को घर की जरूरत हो, इस स्थिति में आप को जीवनसाथी के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए इंश्योरेंस की जरूरत पड़ सकती है. इसके साथ ही आप को होम लोन की देनदारी का भी ध्यान रखना होगा.
बीमा कंपनियों की पेंशन योजना समेत कम से कम 15 विकल्पों में निवेश कर आप Income Tax कानून के सेक्शन 80C के तहत आयकर बचा सकते हैं.
आइये जानते हैं कि खुद टैक्स प्लानिंग से आपको क्या फायदे मिल सकते हैं?
टैक्स प्लानिंग करते समय आप कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें तो आप काफी इनकम टैक्स बचा सकते हैं.
1. अगर आप Income Tax कानून के विभिन्न सेक्शन के हिसाब से टैक्स प्लानिंग करेंगे तो आपको यह समझ आएगा कि किसी सेक्शन में किस तरह निवेश किया जा सकता है.
2. एक करदाता के रूप में अगर आप यह चाहते हैं कि आपकी कमाई का अधिकतर हिस्सा आपके पास ही रहे, तो यह उसमें मददगार साबित होता
3. आपको वित्त वर्ष की शुरुआत से ही टैक्स प्लानिंग करनी चाहिए.
4. इससे सुविधा यह होगी कि आप Income Tax बचाने के लिए आखिरी समय की भाग दौड़ से बचे रहेंगे.
5. अगर आपका नियोक्ता कम्युनिकेशन रीइम्बर्स्मेंट के रूप में आपको सालाना 50,000 रुपये की रकम देता है तो आप हर महीने के मोबाइल/इंटरनेट खर्च के बदले इस रकम का दावा कर टैक्स से छूट पा सकते हैं.
6. Income Tax कानून के सेक्शन 80C के सभी विकल्पों का पूरा फायदा उठाने के लिए आपको काफी समय चाहिए. आप जल्द शुरुआत करेंगे तो आसानी से इसे कवर कर सकेंगे
7. अगर आपको चुनौतियों से जूझना पसंद है तो खुद टैक्स प्लानिंग आपके लिए मजेदार अनुभव हो सकता है.
8. सफल टैक्स प्लानिंग के बाद आप खुद को Income Tax के जटिल मामलों से भी परिचित हो सकेंगे.
9. खुद टैक्स प्लानिंग करते हुए आप Income Tax बचाने के सही विकल्प चुन सकेंगे.
10. Income Tax की प्लानिंग करते हुए आपको जरूरी खर्च की रसीद संभालने की जरूरत पड़ेगी. इससे आपमें बचत और खर्च संबंधी एक अनुशासन आएगा.
11. अपने वयस्क बच्चों के लिए टैक्स .. प्लानिंग कर आप उसे एक जिम्मेदार नागरिक बनाने में मदद कर सकते हैं.
12. खुद टैक्स प्लानिंग करने में आप पैसे की जरूरत का ध्यान रखकर अपनी स्थिति के हिसाब से निवेश विकल्प चुनेंगे.
अगर आपको अभी पैसे की जरूरत नहीं है तो आप 15 साल की लॉक इन अवधि वाले निवेश विकल्प (PPF) में पैसे लगा सकते हैं. आपके जोखिम उठाने की क्षमता को आपसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता. खुद Income Tax प्लानिंग में आप इस बात का ध्यान रखकर निवेश विकल्प चुन सकते हैं.